

हरिद्वार: उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूकेएसएसएससी) की स्नातक स्तरीय भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मामले में प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई करते हुए मुख्य आरोपित खालिद की अवैध दुकानों पर बुलडोजर चला दिया। पुलिस बल और प्रशासनिक टीम की मौजूदगी में गुरुवार शाम सुल्तानपुर कस्बे में यह कार्रवाई की गई।
21 सितंबर को हुई परीक्षा में पेपर का अंश लीक होने के बाद एसटीएफ ने खालिद और उसकी बहन साबिया को गिरफ्तार किया था। वहीं पुलिस ने खालिद समेत चार लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। इसी कड़ी में गुरुवार को एसडीएम सौरभ असवाल और एसपी देहात शेखर सुयाल पुलिस बल के साथ सुल्तानपुर पहुंचे और खालिद व उसके चाचा लियाकत द्वारा मुख्य मार्ग पर बनाए गए निर्माण को ध्वस्त करा दिया।
प्रशासन की कार्रवाई के दौरान मौके पर भारी भीड़ जुटी रही। एसडीएम ने बताया कि यह अतिक्रमण की शिकायत पर की गई कार्रवाई है।
पेपर लीक प्रकरण ने न सिर्फ खालिद और उसके परिवार को, बल्कि पूरे सुल्तानपुर कस्बे को बदनाम कर दिया है। चर्चाओं के अनुसार, खालिद की करतूत के चलते उसकी दो बहनों की शादी टूटने की स्थिति बनी हुई है। कस्बे में लोग कहते सुने जा रहे हैं कि एक व्यक्ति की गलती से पूरे समाज का नाम खराब हो रहा है।
खालिद के दादा सरकारी सेवा में रहे थे और उन्हें समाज में सम्मान मिलता था। लेकिन खालिद के कारनामे ने पूरे परिवार की साख को धक्का पहुंचाया है। उसकी एक बहन साबिया पहले ही गिरफ्तार हो चुकी है दूसरी बहन हीना पर मुकदमा दर्ज है, जबकि बाकी दो बहनों से भी पुलिस ने पूछताछ की है।
एक रिश्तेदार ने कहा कि “घर के बेटे की गलत हरकतों का खामियाजा परिवार की महिलाओं तक को भुगतना पड़ रहा है। अगर खालिद पढ़ाई में उतनी मेहनत करता, जितनी उसने नकल कराने में लगाई…तो आज हालात अलग होते।