देहरादूनः दून में डिजिटल अरेस्ट का एक सप्ताह में दूसरा मामला सामने आया है। ठगों ने बैंककर्मी की पत्नी को 30 घंटे डिजिटल अरेस्ट करके रखा। इस दौरान ठगों ने उन्हें घर से बाहर नहीं निकलने दिया। धमकी दी कि यदि किसी को फोन किया या बाहर निकली तो उन्हें मुंबई क्राइम ब्रांच के 6.0 सामने पेश होना पड़ेगा। इसके बाद धमकाकर उनसे साढ़े 10 लाख रुपये ठग लिए। इसके बाद उन्होंने पति को इस संबंध में बताया। डालनवाला बाला कोतवाली पुलिस ने अज्ञात के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर लिया है।
पुलिस को दी तहरीर में माडल कालोनी, आराघर निवासी एकता सिंह ने बताया वह गृहणी हैं और उनके पति दिल्ली स्थित बैंक में लोन डिपार्टमेंट में काम करते हैं। 31 जुलाई को उन्हें अज्ञात व्यक्ति ने वीडियो काल कर बताया कि उनके नाम से कुरियर थाईलैंड जा रहा था, जो रोक दिया गया है। कुरियर में अवैध सामग्री है। कुछ समय बाद व्यक्ति ने फोन क्राइम ब्रांच मुंबई में ट्रांसफर कर दिया। व्यक्ति ने पुलिस की वर्दी पहनी हुई थी और खुद को क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताया। आरोपित ने स्काइप एप डाउनलोड करवाई और वीडियो काल पर 30 घंटे तक उनसे पूछताछ करते रहे।
आरोपितों ने धमकाते हुए कहा कि आपको डिजिटल अरेस्ट किया गया है, अगर सही ढंग से जानकारी नहीं दी तो उन्हें मुंबई क्राइम ब्रांच आना पड़ेगा। आरोपितों ने उन्हें क्राइम ब्रांच से दस्तावेज भी भेजे।
ठगों ने कहा कि साक्ष्य एकत्र करने के लिए आपको अपने बैंक खाते में रुपये भेजने होंगे। आरोपितों ने डरा धमकाकर उनसे साढ़े 10 लाख रुपये अपने बैंक खाते में ट्रांसफर करवा दिए। इसके बाद फोन बंद कर दिया। इसके बाद महिला ने पति को ठगी के बारे में बताया। जिसके बाद उन्होंने पुलिस को सूचना दी। डालनवाला कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक मनोज मैनवाल ने बताया कि अज्ञात के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर