हल्द्वानी: पहाड़ों में मूसलधार बारिश के बाद मैदानी इलाकों में भी बढ़ा खतरा।

हल्द्वानी: पहाड़ों में मूसलधार बारिश के बाद मैदानी इलाकों में भी बढ़ा खतरा, गौला नदी का जलस्तर 10 हजार क्यूसेक पार।

हल्द्वानी — उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों में लगातार हो रही भीषण बारिश का प्रभाव अब मैदानी क्षेत्रों में भी साफ दिखाई देने लगा है। काठगोदाम स्थित गौला बैराज में जलस्तर लगातार बढ़ रहा है और अब डिस्चार्ज 10,000 क्यूसेक से अधिक हो चुका है, जिससे नदी ने विकराल रूप धारण कर लिया है।

तेज बहाव और जलस्तर में अचानक बढ़ोतरी से हल्द्वानी शहर और आस-पास के ग्रामीण क्षेत्रों में दहशत का माहौल बन गया है। जिला प्रशासन ने स्थिति को गंभीरता से लेते हुए अलर्ट मोड पर काम शुरू कर दिया है।

प्रशासन पूरी तरह सतर्क

एसडीएम राहुल शाह ने बताया कि फिलहाल बैराज का डिस्चार्ज नियंत्रण में है, लेकिन किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए प्रशासन पूरी तरह तैयार है। राजस्व विभाग के पटवारी, पुलिस बल, और आपदा प्रबंधन टीमें संवेदनशील इलाकों में तैनात कर दी गई हैं।

नालों पर भी विशेष निगरानी

शहर के शेर नाले और सूर्या नाले में भी जलप्रवाह काफी तेज हो गया है, जिससे निचले इलाकों में जलभराव और बाढ़ जैसे हालात बन सकते हैं। इन दोनों नालों पर विशेष निगरानी रखी जा रही है ताकि समय रहते आवश्यक कार्रवाई की जा सके।

लोगों से की गई अपील

प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि वे नदी और नालों के किनारे न जाएं और मौसम से जुड़ी सरकारी चेतावनियों पर विशेष ध्यान दें।

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