Breaking : हाईकोर्ट नाराज, जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव होंगे दोबारा।

Uttrakhand News : जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव में सदस्यों के अपहरण के आरोपों को हाईकोर्ट ने गंभीरता से लिया है। कोर्ट ने कहा है कि लगता है पुलिस की मिलीभगत से सदस्यों का अपहरण हुआ। नैनीताल डीम दोबारा चुनाव कराने के लिए चुनाव आयोग को प्रस्ताव भेजेंगी।

अपहरण के वीडियो वायरल

कांग्रेस ने भाजपा पर आरोप लगाया है कि उनके 6-7 जिला पंचायत सदस्यों का अपहरण करने की कोशिश की गई। इतना ही नहीं, कांग्रेस ने दावा किया कि इस दौरान नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य के साथ धक्का-मुक्की हुई, जबकि पूर्व विधायक संजीव आर्य, हल्द्वानी विधायक सुमित हृदयेश और खटीमा विधायक भुवन कापड़ी के साथ मारपीट भी की गई। इसके वीडियो भी वायरल हुए। हालांकि एसएसपी ने कोर्ट में साफ कह दिया कि उन्होंने ऐसा कोई वीडियो नहीं देखा है।

कोर्ट ने जताई नाराजगी

हाइकोर्ट में इस मामले में दो बार सुनवाई हुई। दिन में हाईकोर्ट ने सुनवाई के दौरान जिला प्रशासन और पुलिस को सख्ताई से निर्देश दिए कि सभी जिला पंचायत सदस्यों को तलाशा जाए और सुरक्षा के साथ उन्हें मतदान स्थल तक पहुंचाया जाए। विशेष तौर पर 10 सदस्यों को पुलिस सुरक्षा देने के आदेश दिए गए हैं जिन्हें पुलिस सुरक्षा घेरे में ही मतदान के लिए भेजा जाएगा। पूरे मामले में एसएसपी नैनीताल को स्पष्ट रूप से निर्देश दिया गया है कि जिन पांच सदस्यों को अगवा किया गया है उन्हें किसी भी हालत में मतदान स्थल तक लाया जाए इसके साथ ही यह भी जांच के आदेश दिए हैं कि सदस्य स्वयं कहीं चले गए हैं या फिर वास्तव में उनका अपहरण हुआ है। शाम को जब दोबारा सुनवाई हुई तो पांच लापता जिला पंचायत सदस्यों का पता नहीं लग पाने पर कोर्ट बहुत नाराज हुआ।

दोबारा चुनाव का प्रस्ताव भेजेंगी डीएम

कोर्ट ने कहा लगता है कि पुलिस की मिलीभगत से सदस्यों का अपहरण हुआ। कोर्ट ने दोबारा चुनाव कराने की बात कही। अब नैनीताल डीएम को ओर से चुनाव आयोग को दोबारा मतदान के लिए प्रस्ताव भेजा जाएगा।

 

कांग्रेस का आरोप और सवाल

कांग्रेस जिला अध्यक्ष राहुल छिमवाल ने आरोप लगाया कि भाजपा समर्थकों ने जिला पंचायत सदस्यों को जबरन उठा लिया, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। कांग्रेस नेताओं ने पुलिस के सामने भी यह आरोप दोहराया और कहा कि इस घटना ने चुनावी माहौल को तनावपूर्ण बना दिया है।

 

भाजपा की प्रतिक्रिया का इंतजार

अब तक भाजपा की ओर से इस मामले पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। वहीं, पुलिस प्रशासन पर निष्पक्ष कार्रवाई का दबाव बढ़ गया है। चुनावी तनाव को देखते हुए नैनीताल में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है।

 

 

 

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