यह खबर बेशक विश्व और ओलंपिक चैंपियन जेवलिन थ्रोअर (भालाफेंक खिलाड़ी) भारत के नीरज चोपड़ा की नींद उड़ाने वाली होगी। अब तक 90 मीटर थ्रो तक नहीं पहुंच सके नीरज के सामने एक और युवा एथलीट की चुनौती आ गई है। इनका नाम है मैक्स डेहनिंग। इन्होंने जेवलिन थ्रो के इतिहास में अपना नाम दर्ज करा लिया है।
90 मीटर पार किया जर्मनी के मैक्स ने हाले में जर्मन विंटर थ्रोइंग चैंपियनशिप में रविवार को 90.20 मीटर की दूरी तक जेवलिन फेंक कर न केवल अपना ही रिकॉर्ड तोड़ा बल्कि पेरिस ओलंपिक का 85.50 का क्वालीफाइंग मार्क भी पार कर लिया। इसके साथ ही मैक्स इतिहास रचते हुए 90 मीटर की दूरी पार करने वाले दुनिया के सबसे युवा एथलीट भी बन गए हैं। अभी तक जो नीरज का अगला लक्ष्य है यानि 90 मीटर का आंकड़ा, मैक्स ने उसे पार कर लिया है। साथ ही यह 19 साल का एथलीट 2024 में 90 मीटर की दूरी से ज्यादा जेवलिन फेंकने वाला पहला खिलाड़ी बन गया है।
चोपड़ा को चुनौती जर्मनी के मैक्स की इस उपलब्धि के साथ ही भारत के गोल्डन ब्वॉय नीरज चोपड़ा को कड़ी चुनौती भी दे दी है। चोपड़ा के 87.58 मीटर के सर्वश्रेष्ठ थ्रो ने उन्हें 2021 में टोक्यो ओलंपिक में स्वर्ण पदक दिलाया, जो राष्ट्रीय रिकॉर्ड भी था। हालांकि उनका व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 89.94 मीटर है जो मैक्स के प्रदर्शन से कम है। ऐसे में नीरज की पेशानी पर बल पड़ना स्वाभाविक है।
34 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ा मैक्स अब जर्मन अंडर-23 वर्ग में भी सर्वश्रेष्ठ थ्रोअर बन गए हैं। उन्होंने यूरोपीय अंडर-23 वर्ग में भी 1990 में स्टॉकहोम में ब्रिटिश एथलीट स्टीव बैकली के 89.58 मीटर के पिछले रिकॉर्ड को भी पार कर लिया है।
जेवलिन थ्रो के इतिहास के शीर्ष 10 एथलीट
हालांकि मौजूदा समय में नीरज चोपड़ा और चेक गणराज्य के एथलीट जैकब वेडलेच (90.88 मी.) के बाद अब मैक्स डेहनिंग को जेवलिन थ्रो का शीर्ष एथलीट माना जाता है, पर इनकी थ्रो चेक के जैन जेलेंजी के विश्व रिकॉर्ड 98.48 मीटर के आसपास भी नहीं। यह रिकॉर्ड 1966 में बना था। दिलचस्प बात यह है कि जेवलिन थ्रो के इतिहास के शीर्ष थ्रो में सर्वाधिक चार एथलीट जर्मनी के हैं, किसी और देश का वर्चस्व नहीं है।
नं. नाम दूरी देश
1 जैन जेलेंजी 98.48 (1966) चेक गणराज्य
2 जोहानेस वेटर 97.76 (1993) जर्मनी
3 थॉमस रोहलर 93.90 (1991) जर्मनी
4 अकी परविआनेन 93.09 (1974) फिनलैंड
5 एंडरसन पीटर्स 93.07 (1997) ग्रेनाडा
6 जूलियस येगो 92.72 (1989) कीनिया
7 सर्गेई माकारोव 92.61 (1973) रूस
8 रेमंड हेच 92.60 (1968) जर्मनी
9 आंद्रेस हॉफमैन 92.60 (1991) जर्मनी
10 के. गैट्सीओडिस 91.59 (1973) यूनान