

देहरादून। उत्तराखंड में कोरोना वायरस ने एक बार फिर चिंता बढ़ा दी है। बुधवार को प्रदेश में पांच नए कोविड-19 मामले सामने आए, जिनमें ऋषिकेश एम्स के दो डॉक्टर शामिल हैं। इसके साथ ही प्रदेश में कुल एक्टिव मरीजों की संख्या छह हो गई है, जबकि अब तक कुल 10 मामले दर्ज किए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग ने सभी चिकित्सा इकाइयों को अलर्ट मोड पर रखा है और लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है।
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, बुधवार को 19 लोगों की आरटीपीसीआर जांच की गई, जिसमें से पांच मरीज कोविड पॉजिटिव पाए गए। इनमें दो मरीज उत्तराखंड के स्थानीय निवासी हैं, जबकि तीन अन्य हाल ही में हैदराबाद, बेंगलुरु और बिजनौर की यात्रा से लौटे थे। पॉजिटिव मरीजों में एम्स ऋषिकेश के दो डॉक्टरों के अलावा एक स्टाफ नर्स भी शामिल है। एक मरीज को श्रीमहंत इंदिरेश अस्पताल में भर्ती किया गया है, जबकि शेष पांच मरीज होम आइसोलेशन में हैं।
कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर राजेश कुमार ने बताया कि प्रदेश में वायरस से निपटने की तैयारियां तेज कर दी गई हैं। सभी चिकित्सा इकाइयों को अलर्ट पर रखा गया है और जांच व उपचार की व्यवस्था को और मजबूत किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि स्थिति को नियंत्रित करने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं। साथ ही, लोगों से मास्क पहनने, सामाजिक दूरी बनाए रखने और भीड़भाड़ वाली जगहों से बचने की अपील की गई है।
स्वास्थ्य विभाग ने नागरिकों से लक्षण दिखने पर तुरंत जांच कराने और कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने को कहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि यात्रा से लौटने वालों की स्क्रीनिंग और समय पर जांच से वायरस के प्रसार को रोका जा सकता है। प्रदेश में बढ़ते मामलों ने एक बार फिर सतर्कता की जरूरत को रेखांकित किया है।
