हल्द्वानी: कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत अपने कार्यशैली से हमेशा लोगों के बीच सुर्खियों में बने रहते हैं कमिश्नर दीपक रावत जनता दरबार में मिली शिकायत के बाद निर्माणाधीन रिजॉर्ट बड़ी कार्रवाई किया है. दीपक रावत ने बताया कि बजून ग्रामीणों द्वारा शिकायत की गई कि बजून के घिंघारी तोक में एक रिसॉर्ट और रेस्टोरेंट का निर्माण कार्य चल रहा है जिनके द्वारा बड़े पैमाने पर पेड़ और पहाड़ काटकर इसी सामग्री से रिसोर्ट का निर्माण कार्य किया जा रहा है.
ग्रामीणों ने यह भी बताया कि रिजॉर्ट स्वामी द्वारा वन विभाग व ग्रामीणों की जंगल आने जाने वाली पगडंडी को नष्ट कर नए मार्ग का निर्माण किया गया है. ग्रामीणों की शिकायत की शिकायत के बाद बुधवार को निरीक्षण में कमिश्नर ने पाया कि
रेस्टोरेंट स्वामी धर्मेंद्र सिंह मेहरा द्वारा बड़े पैमाने पर चीड़ और बांज के वृक्ष काटे गए हैं,
इसके साथ ही उनके द्वारा पहाड़ काटकर अवैध खनन का कार्य भी किया गया है. रेस्टोरेंट में हिरण के अवशेष,आरा मशीन, पत्थर, बजरी और काटे गए पेड़ों के गिल्टे भी मिले.
पूरे मामले में कमिश्नर ने एसडीएम नैनीताल प्रमोद कुमार को खनन की खरीद की जांच करने के निर्देश दिए और वन विभाग नैनीताल एसडीओ राजकुमार को निर्देश दिए कि रेस्टोरेंट में पाए गए सभी पेड़ों की जांच कर लें और यह कहां से खरीदे गए इसका भी पता करें.
इसके अलावा बजून क्षेत्र के फॉरेस्टर मनोज बुडलाकोटी के खिलाफ समय से अपने उच्च अधिकारियों को सूचित न करने के लिए आवश्यक कार्रवाई करने की निर्देश दिए एसडीओ वन विभाग नैनीताल और फॉरेस्टर बजून को संबंधित के खिलाफ की गई कार्रवाई के दस्तावेजों को लेकर तत्काल हाजिर होने के निर्देश दिए.
कमिश्नर दीपक रावत ने एसडीएम नैनीताल को और एसडीओ वन विभाग को निर्देशित किया कि रिसोर्ट स्वामी धर्मेंद्र सिंह मेहरा द्वारा किए गए सभी आपराधिक मामलों का संज्ञान लेकर प्राथमिक की दर्ज करते हुए आवश्यक कार्रवाई की जाए.