अल्मोड़ा। जागेश्वर क्षेत्र में बुधवार अपराह्न हुई भारी बारिश से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो गया। मंदिर से होकर बहने वाली जटागंगा में आई भारी बाढ़ से पैदल पुल बह गए हैं वहीं अस्थायी दुकानों में पानी भर आया है। ऐतिहातन सड़क के किनारे दुकानों को खाली करवा दिया है। जानकारी मिलने पर डीएम विनीत तोमर व एसएसपी देवेंद्र पींचा मौके पर पहुंच गए हैं। एसडीआरएफ की टीम भी पहुंच गई है।फिलहाल आरतोला से जागेश्वर के बीच सड़क पर यातायात बाधित चल रहा है। यहां पहुंचे श्रद्धालु भी अचानक बने हालात में फंसे हुए हैं। प्रशासन नदी के किनारे की दुकानों को खाली करवा दिया है। जागेश्वर में महेश राम पुत्र चिंता राम और दीवान राम के परिवार को भी अंयत्र भेजा जा रहा है।हालाकि फिलहाल जटा गंगा का जेल स्थल धीरे धीरे कम हो रहा है। अपराह्न हुई भारी बारिश से जटा गंगा उफान पर आ गई। पानी योग स्थल को जोड़ने वाले पुल के काफी ऊपर होकर बहने लगा। कई स्थानों पर दीवारें, पेड़ और रास्ते टूट गए। बाजार से भंडारा स्थल तथा इसको जोड़ने वाला पुल और घाट देखते देखते ही पानी में समा गए। पार्किंग स्थल की सुरक्षा दीवार को भी काफी नुकसान पहुंचा है। प्रत्यक्ष दर्शियों ने कई रास्ते और दीवारें ढह जाने पेड़ टूटने की पुष्टि की है। अल्मोड़ा पिथौरागढ़ हाईवे में भारी मलबा आ जाने से पनुवानौला और आरतोला के बीच मार्ग यातायात के लिए बंद हो गया।
जागेश्वर के पूर्व प्रधान हरिमोहन भट्ट पुजारी हेमंत भट्ट के साथ मंदिर समिति के उपाध्यक्ष नवीन भट्ट ने बताया कि डरावनी बारिश और नदी के विकराल रूप को देखकर आसपास के लोग से बाहर निकल आए। बारिश के चलते काफी नुकसान होने की आशंका है। मेले के लिए स्थापित अस्थायी दुकाने इसकी चपेट में आ गई हैं। सितारगंज से यहां कपड़े का दुकान करने आई महिला डीएम के सामने भावुक हो गई। डीएम ने प्रभावितों को सहायता का आश्वासन दिया है। प्रकृति की इस मार से सावन के महिने जागेश्वर आने वाले श्रद्धालुओं के आवागमन पर भी असर होने की पूरी संभावना है। हालांकि गुरुवार को ही इसकी विस्तृत रिपोर्ट सामने आएगी। इधर सेराघाट मोटर मार्ग भी भूस्खलन होने से यातायात प्रभावित होने की जानकारी मिली है। वहां जैंगन नदी का जल स्तर लगातार बढ़ रहा है।