

Bageshwar News: उत्तराखंड के बागेश्वर जिले के कपकोट क्षेत्र से पंचायत चुनाव के दौरान एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। नामांकन पत्रों की जांच के दौरान खुलासा हुआ कि ग्राम प्रधान पद के दो प्रत्याशियों के घरों में शौचालय ही नहीं हैं। स्वच्छता और मूलभूत सुविधाओं की अनदेखी को लेकर यह मामला अब चर्चा का विषय बन गया है।
ये भी पढ़ें 👉 उत्तराखंडः (अच्छी खबर)-योग प्रशिक्षकों के पदों पर भर्ती शुरू
कपकोट में कुल पांच आपत्तियां दर्ज की गईं, जिनमें से दो आपत्तियां ग्राम प्रधान उम्मीदवारों के खिलाफ थीं। छुरिया गांव से ग्राम प्रधान पद के एक प्रत्याशी का नामांकन इसलिए निरस्त कर दिया गया क्योंकि उसके घर में शौचालय नहीं था। यह जानकारी क्षेत्रीय अधिकारी (आरओ) अंबरीश रावत ने दी। वहीं द्वाली गांव से एक अन्य ग्राम प्रधान पद के प्रत्याशी के खिलाफ भी शौचालय न होने की शिकायत आई है, जिसकी जांच मंगलवार को की जाएगी।
बागेश्वर विकासखंड में भी आठ आपत्तियां दर्ज की गई थीं। आरओ अनुराग मिश्रा ने बताया कि अधिकांश मामलों में साक्ष्यों की कमी के कारण आपत्तियों को तत्काल मान्य नहीं किया गया है। सभी संबंधित पक्षों से जरूरी दस्तावेज लाने को कहा गया है।
इसके अतिरिक्त बदियाकोट क्षेत्र में एक ग्राम पंचायत सदस्य का नामांकन भी निरस्त किया गया है, जबकि तीन अन्य शिकायतों की जांच अभी चल रही है।
पंचायती चुनावों में स्वच्छता को लेकर उठे इस मुद्दे ने यह साफ कर दिया है कि शासन-प्रशासन अब बुनियादी सुविधाओं को नजरअंदाज करने वालों को चुनाव प्रक्रिया से बाहर करने में सख्ती बरत रहा है।