SSP मीणा के कड़े सत्यापन में नकली आधार कार्ड का बड़ा फर्जीवाड़ा उजागर

नैनीताल जिले में चल रहे कड़े दस्तावेज सत्यापन अभियान के तहत एक बड़े फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ है। एसएसपी प्रहलाद नारायण मीणा के निर्देशन में चल रहे सत्यापन अभियान के दौरान कोतवाली मल्लीताल में एक गंभीर प्रकरण प्रकाश में आया, जिसमें एक अज्ञात व्यक्ति द्वारा किसी और के पते का उपयोग कर आधार कार्ड बनवाने का मामला सामने आया है। पुलिस ने इसे गंभीर दस्तावेजी धोखाधड़ी मानते हुए त्वरित जांच और कार्रवाई शुरू कर दी है।

मामले की शुरुआत 14 मई को हुई, जब अमित लाल शाह पुत्र सुंदर लाल शाह, निवासी मकान नंबर 21, बड़ा बाजार, मल्लीताल* ने कोतवाली मल्लीताल में एक लिखित तहरीर दी। उन्होंने अपनी शिकायत में स्पष्ट किया कि उन्हें जानकारी मिली है कि उनके पैतृक निवास स्थान के पते पर किसी अज्ञात व्यक्ति ने आधार कार्ड बनवा लिया है, जबकि उन्होंने न कभी उस व्यक्ति को मकान में रहने की अनुमति दी और न ही उनका कोई पारिवारिक या व्यावसायिक संबंध है।

 

शिकायत की जांच में सामने आया कि आधार कार्ड अब्दुल अलीम खान पुत्र मोहम्मद सईद खान के नाम पर जारी किया गया है, जिसमें अमित लाल शाह के पते का उपयोग किया गया था। यह न केवल एक गंभीर अनधिकृत कार्य है, बल्कि दस्तावेजी जालसाजी और सरकारी अभिलेखों के दुरुपयोग का भी मामला बनता है।

 

 

मामले को गंभीरता से लेते हुए एसएसपी नैनीताल प्रहलाद नारायण मीणा ने जांच अधिकारी उपनिरीक्षक दीपक कार्की को निर्देश दिए कि इस पूरे प्रकरण की गहराई से जांच कर दोषियों के विरुद्ध सख्त कानूनी कार्यवाही सुनिश्चित की जाए।

 

जांच के दौरान यह चौंकाने वाला तथ्य सामने आया कि वर्ष 2015 से लेकर वर्तमान तक, अब्दुल अलीम खान और उनके परिजनों द्वारा उसी पते का उपयोग करते हुए आधार कार्ड और अन्य दस्तावेज बनवाए गए हैं। इन फर्जी दस्तावेजों का प्रयोग कई सरकारी व गैर-सरकारी कार्यों जैसे बैंकिंग, सिम कार्ड, पेंशन, राशन कार्ड एवं अन्य सुविधाओं के लिए किया गया।

 

मुकदमा दर्ज, दस्तावेज रद्द करने की प्रक्रिया शुरू

 

इस गंभीर धोखाधड़ी के मामले में 02 जून को भारतीय दंड संहिता की धारा 420 (धोखाधड़ी) के तहत मुकदमा संख्या 28/2025 कोतवाली मल्लीताल में दर्ज किया गया है।पुलिस ने संबंधित सरकारी विभागों को सूचित कर आधार कार्ड एवं अन्य दस्तावेजों को तत्काल प्रभाव से निरस्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है, साथ ही अन्य संभावित दस्तावेजों की भी गहनता से जांच की जा रही है।

 

 

इस पूरे प्रकरण में नैनीताल पुलिस की तत्परता, निष्पक्षता और सख्त रुख ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि कोई भी कानून से ऊपर नहीं है और किसी भी प्रकार की जालसाजी को बख्शा नहीं जाएगा।

 

नैनीताल पुलिस द्वारा जारी अपील:

 

पुलिस ने आम नागरिकों से भी अपील की है कि यदि आपके पते पर बिना आपकी जानकारी के किसी ने दस्तावेज बनवाए हैं या कोई संदेहास्पद गतिविधि हो रही है, तो तत्काल नजदीकी थाना या पुलिस कंट्रोल रूम को सूचित करें।

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