सामूहिक दुष्कर्म का आरोप गलत,मेडिकल मे नही हुई पुष्टि,मामला छेड़खानी का निकला,सामूहिक दुष्कर्म की धारा हटाई।

चलती कार में युवती से सामूहिक दुष्कर्म का मामला झूठा निकला है। यह खुलासा युवती के मेडिकल रिपोर्ट और बयान के आधार पर हुआ है। यह बात सोमवार को एसएसपी प्रह्लाद नारायण मीणा ने पुलिस बहुउद्देशीय भवन में प्रेसवार्ता के दौरान कही।

एसएसपी ने बताया कि शहरभर में 250 से अधिक कैमरों की जांच में भी अपहरण जैसी वारदात की अभी पुष्टि नहीं हो पाई है। तहरीर के आधार पर अभी आरोपियों के खिलाफ छेड़खानी और अपहरण का मुकदमा दर्ज किया गया है। बीते रविवार को मुखानी थाना क्षेत्र की एक 22 वर्षीय युवती ने चार युवकों पर उसका अपहरण कर कार में सामूहिक दुष्कर्म का आरोप लगाया था। आरोप था कि कार तीन घंटे तक शहर में घुमाते रहे। अब पुलिस ने पूरी जांच के बाद मामले का खुलासा कर चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।

मेडिकल रिपोर्ट में युवती से दुष्कर्म की पुष्टि नहीं हुई है। अपहरण की घटना की जांच चल रही है। अभी मामला अपहरण और छेड़खानी की धाराओं में दर्ज किया गया है।

बताया जा रहा है कि जिस कार में यह घटना हुई, वह कार मनोज (38) निवासी दुर्गा कॉलोनी गौजाजाली की थी। कार का नंबर तक नहीं आया है। आरोपी हल्द्वानी के किसी मेडिकल स्टोर में काम करता था। इसके अलावा ऋषि सागर उर्फ मनोज (29) निवासी गौजाजाली सट्टेबाजी करता है। वहीं दो अन्य आरोपी अक्षित (26) निवासी गौजाजाली और धम्मी उर्फ धमकीर्ती (30) निवासी देवलचौड़ बंदोबस्ती हैं। इनमें से एक दिल्ली में निजी बैंक में तो दूसरा गैराज में काम करता था। पुलिस ने आरोपियों को कोर्ट में पेशी के बाद जेल भेज दिया है।

पुलिस सुत्रों के अनुसार, युवती ने आरोपियों पर अपहरण का आरोप लगाया है। इसके अलावा आरोपियों ने कुसुमखेड़ा के आसपास शराब ठेके से शराब खरीदी। इसके बाद काठगोदाम में एक पेट्रोल पंप से तेल भी भराया। अगर अपहरण का मामला होता तो इस बीच युवती के शोरगुल की आवाज कोई न कोई सुन ही लेता। हालांकि मामले में पुलिस की जांच जारी है।

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