चंपावत में बाढ़ में फंसे 41 लोगों का एसडीआरएफ ने किया रेस्क्यू, रात में आ गई थी आफत

चंपावत: भारी बारिश से उत्तराखंड की नदियां उफान पर हैं. जगह-जगह जलभराव भी हो रहा है. चंपावत जिले के टनकपुर में जगपुरा और बनबसा में बाढ़ आने से जलभराव हो गया. इसकी सूचना मिलते ही एसडीआरएफ की टीम तत्काल मौके पर पहुंची. रात में ही जलभराव में फंसे लोगों का रेस्क्यू करके उनको सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया.

एसडीआरएफ की रेस्क्यू टीम जैसे ही जगपुरा पहुंची, वहां देखा तो बड़ी संख्या में परिवार बाढ़ के पानी में फंसे हुए थे. ये लोग राहत और बचाव के लिए चिल्ला रहे थे. एसडीआरएफ की टीम ने तत्काल राहत और बचाव कार्य शुरू किया. मुश्किल हालात में भी एसडीआरएफ कर्मियों ने रेस्क्यू ऑपरेशन को अंधेरे में ही अंजाम दिया. बाढ़ में फंसे लोगों को सुरक्षित रेस्क्यू करके सेफ स्थानों पर ले जाया गया. बाढ़ पीड़ितों को रैन बसेरा में ठहराया गया है.

इधर वार्ड नंबर 9 टनकपुर में भी अनेक लोगों के बाढ़ के पानी में फंसे होने की सूचना मिली. एक टीम वार्ड नंबर 9 में रेस्क्यू के लिए रवाना हुई. यहां भी बाढ़ के पानी में फंसे लोगों को सुरक्षित रेस्क्यू किया गया है. पुलिस और प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि भारी बारिश के समय सुरक्षित स्थानों पर रहें. नदी नालों के पास जाने की गलती नहीं करें. अगर कोई बारिश में किसी मुसीबत में फंसता है तो तुरंत पुलिस प्रशासन को सूचित करें. एसडीएरएफ की टीम को सब इंस्पेक्टर मनीष भाकुनी लीड कर रहे हैं.

एसडीआरएफ ने टनकपुर स्थित जगपुरा से रात में बाढ़ में फंसे 30 लोगों को रेस्क्यू किया. वहीं देवपुरा में 11 लोगों को सुरक्षित रेस्क्यू किया गया. एसडीआरएफ की दो टीमें बाढ़ में फंसे लोगों को रेस्क्यू कर रही हैं. एक टीम में हेड कांस्टेबल प्रवेश नागरकोटी, प्रकाश तिवारी, कांस्टेबल नवीन पोखरिया, मनोज गहतोड़ी और ललित बोरा हैं. ये टीम टनकपुर के वार्ड नंबर 9 में आई बाढ़ और जलभराव में रेस्क्यू कर रही है. दूसरी टीम में कांस्टेबल प्रदीप मेहता, कृष्ण सिंह, नरेंद्र सिंह, सुरेश मेहरा, राहुल और ललित कुमार हैं. इस टीम का नेतृत्व दरोगा मनीष भाकुनी कर रहे हैं.

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