

उधमसिंहनगर। जिले की खटीमा पुलिस ने एक ब्लैकमेलिंग गैंग का पर्दाफाश करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री मणिकांत मिश्रा के कुशल नेतृत्व में 31 मई को की गई। मामले का खुलासा उस वक्त हुआ जब सुधीर कुमार नामक व्यक्ति ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि उसे ब्लैकमेल कर ₹1.5 लाख और अन्य सामान हड़प लिया गया है।
घटना का पूरा विवरण
23 मई को सुधीर कुमार ने खटीमा थाने में शिकायत दर्ज कराई कि एक महिला ने उसे फोन पर बहला-फुसलाकर एक सुनसान जगह पर बुलाया और वहां उसका आपत्तिजनक वीडियो बना लिया गया। इसके बाद जान से मारने और वीडियो वायरल करने की धमकी देकर पैसों की मांग की गई। इस पर थाना खटीमा में FIR संख्या 172/2025, धारा 308(5) BNS के तहत मामला दर्ज किया गया।
तीन आरोपियों की गिरफ्तारी
पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर पुलिस टीमों का गठन कर जांच शुरू की गई। घटनास्थल के आसपास के करीब 50 सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए और मोबाइल नंबर की तकनीकी जांच की गई। जांच के आधार पर तीन अभियुक्तों की पहचान की गई:
• राजेंद्र सिंह उर्फ राजू लंगड़ा, निवासी भड़ा भूड़िया, थाना खटीमा
• गुरदयाल सिंह उर्फ बग्घी, निवासी बिसौटा, थाना नानकमत्ता
• सीमा कौर, पत्नी राजेंद्र सिंह, निवासी भड़ा भूड़िया, थाना खटीमा
तीनों को 1 जून को गलाबाग मच्छीझाला रोड के पास से गिरफ्तार किया गया। उनके पास से एक स्कूटी, एक मोटरसाइकिल, दो मोबाइल फोन और ₹1300 नकद बरामद किए गए।
अपराध की साजिश और तरीका
गिरफ्तार आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि इस ब्लैकमेलिंग गैंग में कुल छह सदस्य हैं, जिनमें दो महिलाएं और चार पुरुष शामिल हैं। गिरोह की मास्टरमाइंड मंजीत कौर, निवासी विडोरा मझोला (थाना नानकमत्ता) है, जिसका आपराधिक इतिहास रहा है।
गिरोह का तरीका बेहद शातिराना था। पहले किसी बहाने से टारगेट का नंबर हासिल कर महिलाओं के जरिए उसे बातों में फंसाया जाता था। बाद में उसे किसी सुनसान स्थान पर बुलाया जाता था, जहां पहले से मौजूद गैंग के सदस्य वीडियो बनाकर पीड़ित को ब्लैकमेल करते थे। पैसे न देने पर मारपीट, बदनामी और पुलिस में फंसा देने की धमकी दी जाती थी।
अब तक चार मामले सामने आए
पुलिस ने बताया कि अब तक इस तरह के चार मामलों की जानकारी मिली है। आरोपियों के मोबाइल में अन्य लोगों के भी आपत्तिजनक वीडियो मिले हैं, जिनकी जांच की जा रही है। पुलिस ने जनता से अपील की है कि कोई भी व्यक्ति जो इस तरह की घटना का शिकार हुआ है, वह निडर होकर पुलिस से संपर्क करे। उसकी पहचान पूरी तरह गोपनीय रखी जाएगी।
गिरफ्तारी टीम
• प्रभारी निरीक्षक मनोहर सिंह दसौनी
• निरीक्षक विनोद जोशी
• उप निरीक्षक भूपेंद्र सिंह रंसवाल
• उप निरीक्षक किशोर पंत
• कांस्टेबल नवीन खोलिया, कमल पाल
• महिला कांस्टेबल सुनीता रावत
