अंडरवर्ल्ड डॉन प्रकाश उर्फ़ पीपी अब बना प्रकाशानंद गिरी, अल्मोड़ा जेल में दी गयी दीक्षा, 4 मठों का उत्तराधिकारी भी बनाया.

आज एक निजी होटल में पत्रकार वार्ता के दौरान श्रीपंचदसनांग जूना अखाड़ा के थानापति राजेंद्र गिरी ने बताया कि अंडर वर्ल्ड डान प्रकाश पांडे उर्फ प्रकाशानंद गिरी पीपी को जिला कारागार में दीक्षा दी गई। उन्होंने बताया कि पीपी की तरफ से धार्मिक क्षेत्र में जाने की इच्छा जताई गई थी। जूना अखाड़ा की ओर से अल्मोड़ा पहुंचे अखाड़ा के थानापतियों ने जिला कारागार में दीक्षा दी गई। दीक्षा देने के साथ ही उन्हें 4 मठों का उत्तराधिकारी भी बनाया गया है।

उन्होंने बताया कि प्रकाशानंद गिरी उर्फ पीपी को अंसेश्वर मठ, मुनस्यारी में माता का मठ, गंगोलीहाट में लमकेश्वर, यमनोत्री में भैरव और भद्रकाली मंदिर का उत्तराधिकारी बनाया गया है। उन्होंने बताया कि उनके आग्रह पर ही उन्हें दीक्षा दी गई है। जिससे की धर्म का प्रचार प्रसार हो सके। थानापति राजेंद्र गिरी ने बताया कि 11 लोग जिला कारागार पहुंचे थे। लेकिन जेल के अंदर तीन लोगों को ही अनुमति मिली। जिसके बाद तीन लोगों ने ही उन्हें दीक्षा दी।

प्रकाश पांडे को पहाड़ों के विभिन्न ने जिनमें से मुख्य गंगोत्री भैरव मंदिर गंगोलीहाट के लंबकेश्वर मंदिर महादेव मुनस्यारी में कालिका माता मंदिर, काला मुनि मंदिर का मुख्य महंत बनाया गया। जिसके वाद से उनका नया नामकरण के तहत प्रकाशानंद रखा गया। उन्होंने कहा कि इसके बाद इनको कुंभ में उनका मुंडन संस्कार किया जाएगा उसके बाद आगे के दायित्वों पर विचार किया जाएगा।उन्होंने बताया कि अनुष्ठान की अनुमति नहीं मिलने पर उन्हें वस्त्र आदि देकर दीक्षा दी गई। कहा कि अब प्रयाग राज में लगने वाले कुंभ मेले में अग्रिम प्रतिक्रियाएं की जाएगी। इसके अलावा उन्होंने बताया कि सिर पर हाथ रख उन्हें जूना अखाड़ा में शामिल किया गया है। इस दौरान महंत सुरेंद्र पुरी, महंत दीन दयाल गिरी, पुजारी दशानंद सरस्वती, कृष्णा कांडपाल आदि मौजूद रहे।

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