

उत्तराखंड में स्थित विश्व प्रसिद्ध पंचकेदारों में चतुर्थ रुद्रनाथ मंदिर के कपाट विधि-विधान के साथ आज खोल दिए गए हैं।
विधि-विधान से खुले कपाट
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक चतुर्थ केदार रुद्रनाथ धाम के कपाट आज 18 मई को सुबह चार बजे श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए हैं। मंदिर को गेंदे के फूलों से सजाया गया है। कपाट खुलते ही मंदिर बाबा के जयकारों से गूंज उठा। इस मौके पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु पावन पल के साक्षी बने।
होती है भोलेनाथ के मुख के दर्शन
रुद्रनाथ मन्दिर भारत के उत्तराखण्ड राज्य के चमोली जिले में स्थित भगवान शिव का एक मन्दिर है। रुद्रनाथ मंदिर, जो पंच केदार में से एक है। समुद्रतल से 2290 मीटर की ऊंचाई पर स्थित रुद्रनाथ मंदिर भव्य प्राकृतिक छटा से परिपूर्ण है। रुद्रनाथ में भगवान शिव के मुख दर्शन होते हैं। यह भारत में इकलौता ऐसा मंदिर है, जहां भगवान भोलेनाथ के मुख की पूजा होती है। रुद्रनाथ मंदिर में भगवान शंकर के एकानन यानि मुख की पूजा की जाती है, जबकि संपूर्ण शरीर की पूजा नेपाल की राजधानी काठमांडू के पशुपतिनाथ में की जाती है। रुद्रनाथ मंदिर के सामने से दिखाई देती नन्दा देवी और त्रिशूल की हिमाच्छादित चोटियां यहां का आकर्षण बढाती हैं। भगवान रुद्रनाथ की यात्रा गोपेश्वर के पास स्थित सगर गांव से शुरू होती है। शीतकाल में जब रुद्रनाथ मंदिर के कपाट बंद हो जाते हैं, तब उनकी पूजा गोपेश्वर के गोपीनाथ मंदिर में की जाती है।
