महिला फुटबॉलरों ने इतिहास रचा, पहली बार यूरोपीय टीम को हराया

भारतीय महिला फुटबॉल टीम ने बुधवार को इतिहास रच दिया। टीम ने स्ट्राइकर मनीषा कल्याण के दो गोल के दम पर तुर्की महिला कप में एस्टोनिया को कड़े मुकाबले में 4-3 से शिकस्त दे दी। यह उसकी किसी भी यूरोपीय देश के खिलाफ पहली जीत है।

चार देशों के टूर्नामेंट में भारत अपना अगला मैच शनिवार को हांगकांग से और फिर मंगलवार को कोसोवो से खेलेगा।

पहली जीत मिली भारत की सीनियर महिला फुटबॉल टीम ने इससे पहले कभी भी यूएफा परिसंघ की टीम के खिलाफ आधिकारिक मुकाबले में जीत दर्ज नहीं की थी। इस तरह से चाओबा देवी की कोचिंग वाली टीम ने एक शानदार उपलब्धि अपना नाम दर्ज करा ली।

दोबारा बढ़त ली पहले हाफ के बाद दोनों टीमें 1-1 से बराबरी पर चल रही थीं। मनीषा ने 17वें और 81वें मिनट में दो गोल दागे जबकि इंदुमति काथिरेसन (62वें मिनट) और प्यारी खाका (79वें मिनट) ने भारत के लिए अन्य गोल दागे। एस्तोनिया की ओर से लिसेटे तामिक ने 32वें मिनट, व्लाडा कुबासोवा ने 88वें मिनट और मारी लिस लिलेमाए ने 90वें मिनट में गोल किए।

मनीषा ने दिलाई बढ़त भारतीय टीम की शुरुआत काफी अच्छी रही। मनीषा ने टीम को बढ़त दिलाई। हालांकि एस्टोनिया ने तामिक के गोल से स्कोर 1-1 से बराबर कर दिया। लेकिन इंदुमति, खाका और मनीषा ने स्कोर 4-1 कर दिया जिससे लग रहा था कि भारतीय टीम बड़े अंतर से जीत हासिल करेगी। लेकिन मैच के अंतिम पलों में व्लाडा ने 88वें मिनट में और मैरी ने 90वें मिनट में गोल दाग दिए।

डिफेंडरों का शानदार प्रदर्शन 1-4 से पिछड़ने के बाद विपक्षी स्ट्राइकरों मे हमले तेज किए। लेकिन भारतीय डिफेंस ने शानदार प्रदर्शन करते हुए उनके हमलों को नाकाम कर दिया। इसके अलावा भी भारतीय फॉरवर्ड तेज मूव बना रही थीं। उन्होंने दोनों छोर से कई हमले किए। लेकिन कई शॉट निशाना चूक गए जबकि कुछेक पर एस्टोनियाई गोलकीपर करीना कोर्क ने शानदार बचाव भी किया।

चाओबा देवी की टीम ने दूसरे हाफ में दबाव बढ़ाते हुए शिकंजा कस दिया। इंदुमति ने एक घंटे बाद भारत को बढ़त दिला दी। दूसरी हाफ में पांच गोल हुए जिनमें से तीन भारत ने और दो एस्टोनिया ने किए।

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